देहरादून : (फरमान मलिक) उत्तराखंड में फर्जी बाबाओं के खिलाफ सरकार के सख्त अभियान के तहत देहरादून पुलिस ने 24 घंटे के भीतर बड़ी कार्रवाई करते हुए *25 कथित बाबाओं को गिरफ्तार किया है, जिनमें से *एक आरोपी बांग्लादेशी नागरिक भी बताया जा रहा है।

यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा हाल ही में शुरू किए गए ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत की गई, जिसका उद्देश्य साधु-संत के वेश में समाज को गुमराह करने वालों की पहचान कर उन्हें कानून के शिकंजे में लाना है।

👤 विदेशी बाबाओं की आड़ में घुसपैठ!

पकड़ा गया बांग्लादेशी व्यक्ति कथित रूप से *साधु के वेश में लोगों को धोखा दे रहा था। पुलिस जांच में उसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला, जिसके चलते उसे *विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।

📍 अलग-अलग राज्यों से आए ‘ढोंगी बाबा’

बाकी गिरफ्तार किए गए बाबाओं में कुछ उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, असम और हिमाचल प्रदेश से भी थे। सभी लोग विभिन्न इलाकों में खुद को ‘सन्यासी’ या ‘गुरु’ बताकर शिवभक्तों और स्थानीय जनता को भ्रमित कर रहे थे।

🚓 पुलिस का बयान

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये सभी लोग बिना किसी प्रमाण के, धर्म की आड़ में आम लोगों से पैसा और अन्य सुविधाएं ऐंठने का काम कर रहे थे। इनके पास से कई संदिग्ध दस्तावेज, दान पेटियां, नकदी और फर्जी पहचान पत्र भी बरामद हुए हैं।

🧿 मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि,

“जो लोग धर्म और साधु-संतों की पवित्र पहचान का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उत्तराखंड की भूमि साधना और विश्वास की है, यहां पाखंड की कोई जगह नहीं।”

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