देहरादून : (फरमान मलिक) सोने का व्यापार शुरू कराने के नाम पर राजधानी की एक महिला से 40 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाली महिला को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह से जुड़ी एक अन्य महिला मुख्य आरोपी को STF पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

ठगी का तरीका
- व्हाट्सएप पर अमेरिकी नंबर से कॉल कर खुद को सरकारी एजेंसी की अधिकारी बताया।
- फर्जी प्रोफाइल बनाकर पीड़िता का विश्वास जीता।
- सोने का व्यापार शुरू कराने के नाम पर कच्चा माल खरीदने के बहाने पीड़िता से बार-बार धनराशि मंगाई।
- फर्जी बैंक खातों और अलग-अलग नामों से व्हाट्सएप प्रोफाइल का इस्तेमाल किया।
- महज़ दो माह में लाखों रुपये का लेन-देन खातों में प्रकाश में आया।
गिरफ्तार महिला का विवरण

- नाम: चरणजीत कौर पुत्री गुरजेन्ट सिंह
- पता: मकान संख्या 36, गली संख्या 10, जी.टी.बी. नगर, खरड़, जिला एस.ए.एस. नगर (मोहाली), पंजाब
- गिरफ्तारी का स्थान: चंडीगढ़ (पंजाब)
- बरामदगी: 04 मोबाइल फोन, 05 सिम कार्ड, 03 डेबिट कार्ड, 01 आधार कार्ड, बैंक चेकबुक, यूपीआई स्कैनर, इंडिगो एयरलाइंस के 02 टिकट
अन्य राज्यों में भी शामिल ठगी
गिरफ्तार महिला और उसके साथियों के बैंक खातों से जुड़े साइबर अपराधों की शिकायतें गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में दर्ज हैं।
जांच और टीम
यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF श्री नवनीत सिंह के निर्देशन में, अपर पुलिस अधीक्षक श्री स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक श्री अंकुश मिश्रा और विवेचना अधिकारी निरीक्षक आशीष गुसाई की टीम ने की।
गिरफ्तारी टीम में: उ0नि0 प्रतिभा, उ0नि0 हिम्मत सिंह, कानि0 मोहित शामिल रहे। तकनीकी सहयोग हे0कानि0 राजाराम का रहा।
जनता के लिए अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF श्री नवनीत सिंह ने कहा –
- “डिजिटल अरेस्ट” एक स्कैम है, कोई भी सरकारी एजेंसी व्हाट्सएप के जरिए गिरफ्तारी का नोटिस नहीं भेजती।
- फर्जी कॉल/मैसेज पर डरकर धनराशि न भेजें।
- किसी भी ऑनलाइन निवेश, फ्रेंचाइज़ी या टिकट बुकिंग से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।
- किसी भी संदिग्ध कॉल/मैसेज की तुरंत शिकायत 1930 साइबरक्राइम हेल्पलाइन या www.cybercrime.gov.in पर दर्ज कराएं।
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