राजस्थान : (फरमान मलिक) DRDO गेस्ट हाउस के मैनेजर महेंद्र प्रसाद को राजस्थान की सीआईडी इंटेलिजेंस ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह लंबे समय से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को सेना और रक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी भेज रहा था।
महेंद्र प्रसाद मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले हैं और 2018 से जैसलमेर स्थित DRDO गेस्ट हाउस में कार्यरत थे। जांच में सामने आया कि वह पिछले पांच साल से आईएसआई एजेंट के संपर्क में था और सोशल मीडिया व मोबाइल फोन के जरिए मिसाइल परीक्षण, वैज्ञानिकों और सेना अधिकारियों की आवाजाही जैसी गोपनीय जानकारियां साझा करता था।
स्पेशल सीपी सुदेश सातवन ने बताया कि आरोपी मास्टर चाबी का इस्तेमाल कर अधिकारियों के केबिन के दरवाजे खोलता था और वहां से महत्वपूर्ण दस्तावेज और जानकारी जुटाकर पाकिस्तान हैंडलर को भेजता था। पूछताछ में उसने यह स्वीकार किया है और उसकी निशानदेही पर मास्टर चाबी भी बरामद कर ली गई है। आरोपी ने बताया कि उसने डीआरडीओ के हर मूवमेंट की जानकारी पाकिस्तान को दी है।
महेंद्र ने पाकिस्तानी हैंडलर का नंबर अपने मोबाइल में ‘चांधन’ नाम से सेव किया था और व्हाट्सएप कॉल के जरिए अधिकारियों व वैज्ञानिकों से जुड़े हर मूवमेंट की सूचना देता था। वह आईएसआई के अन्य लोगों के भी संपर्क में था। पुलिस ने उसका मोबाइल और अन्य सामान जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। साथ ही यह पता लगाने के लिए पूछताछ जारी है कि इस गैंग में और कौन लोग शामिल हैं।
सीआईडी इंटेलिजेंस, राजस्थान ने महेंद्र प्रसाद को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया। जयपुर में विभिन्न खुफिया एजेंसियों ने उससे संयुक्त रूप से पूछताछ की और उसके मोबाइल की तकनीकी जांच की। जांच में पता चला कि वह DRDO और भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तानी हैंडलर्स को भेज रहा था। इस आधार पर 12 अगस्त को महेंद्र प्रसाद (पुत्र चनीराम, उम्र 32 वर्ष) के खिलाफ शासकीय गोपनीयता अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई।