पिरान कलियर: कलियर क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें गाड़ी के नामांतरण को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि बात गाली-गलौज, मारपीट और धमकियों तक पहुंच गई। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि खुद को भीम आर्मी का जिला अध्यक्ष बताने वाले एक युवक ने उसकी गाड़ी की चाबी छीन ली और उसके साथ अभद्र व्यवहार किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, अमजद पुत्र गुलाम साबिर निवासी बेडपुर कलियर ने लगभग छह माह पूर्व अपनी स्विफ्ट डिज़ायर कार (यूके 15 0581) नाजिम निवासी शिवदासपुर उर्फ तेलीवाला, थाना पिरान कलियर को बेची थी। अमजद के अनुसार, उस समय नाजिम को यह जानकारी दे दी गई थी कि गाड़ी किसी अन्य व्यक्ति के नाम है, जो फिलहाल सऊदी अरब में है। लौटने पर ही नामांतरण संभव होगा।

अमजद, जो कि टैक्सी चलाने का कार्य करता है, ने बताया कि 13 जून 2025 की सुबह लगभग 10 बजे नाजिम और वसीम पुत्र गुफरान निवासी मोहम्मदपुर, थाना कोतवाली सदर रुड़की ने उसे कॉल कर टिहरी डैम जाने वाले कुछ पैसेंजर्स को छोड़ने के लिए कहा। अमजद ने अपनी बहन की तबीयत खराब होने के कारण उस दिन असमर्थता जताई और अगले दिन आने की बात कही। नाजिम ने उसे वसीम से बात कर अगले दिन आने को कहा।
अगले दिन जब अमजद अपनी टैक्सी (यूके 08 टीबी 1372) लेकर वसीम के ऑफिस पहुंचा, तो उसके अनुसार जैसे ही वह गाड़ी से उतरा, वसीम ने उसकी चाबी जबरन छीन ली और गाली-गलौज करते हुए मारपीट पर उतर आया।


पीड़ित के अनुसार, उसकी गाड़ी में ₹10,000 नकद, पर्स में ₹2,000, ड्राइविंग लाइसेंस, आर.सी., पैन कार्ड, आधार कार्ड और तीन एटीएम कार्ड भी थे, जिन्हें वसीम ने जबरन छीन लिया। अमजद ने जब 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस से सहायता माँगी, तो वसीम ने उसे धमकाते हुए कहा, “जहाँ मर्जी शिकायत कर ले, मैं भीम आर्मी का ज़िला अध्यक्ष हूँ, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।”
अमजद ने घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की तो वसीम ने उसका मोबाइल फोन भी छीनने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह मौके से भाग निकला और जान बचाई।
पीड़ित अमजद ने घटना की शिकायत थाने में दर्ज कराई है और न्याय की मांग की है। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।