पिरान कलियर : (फरमान मलिक) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चलाए जा रहे “ऑपरेशन कालनेमी” अभियान के तहत पिरान कलियर पुलिस ने सावन कांवड़ मेला 2025 के दौरान बड़ी कार्रवाई की है।
पुलिस ने 14 जुलाई को क्षेत्र में गश्त और चेकिंग के दौरान तीन बहरूपी बाबाओं को गिरफ्तार किया, जो कांवड़ियों के भेष में तंत्र-मंत्र और जादू-टोना जैसे कृत्यों के जरिए लोगों को ठग रहे थे। इन गतिविधियों से क्षेत्र में भीड़-भाड़ और कांवड़ियों के उग्र होने की आशंका थी, जिसके चलते पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में जितेंद्र (40 वर्ष, निवासी दलपतपुर, थाना बिलारी, उत्तर प्रदेश), जैद (21 वर्ष, निवासी नबाब गंज, सहारनपुर) और रण सिंह (56 वर्ष, निवासी हीरा सिंह, थाना सदर, अंबाला) शामिल हैं। इनमें से जितेंद्र की कहानी ने सभी को चौंका दिया। जांच के दौरान पता चला कि जितेंद्र वर्ष 2005 से अपने घर से लापता था।
पुलिस ने उसके गृह थाना बिलारी से संपर्क कर परिजनों का पता लगाया और उन्हें सूचित किया। 20 साल बाद अपने बिछड़े परिजन को देखकर परिवार वाले भावुक हो गए। रातों-रात थाना पिरान कलियर पहुंचे परिजनों ने जितेंद्र को देखकर खुशी के आंसू बहाए और हरिद्वार पुलिस के इस मानवीय प्रयास की जमकर सराहना की।
जितेंद्र को उचित कार्यवाही के बाद परिजनों को सौंप दिया गया, जबकि अन्य दो बहरूपी बाबाओं को नियमानुसार न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार के नेतृत्व में वरिष्ठ उपनिरीक्षक बबलू चौहान, हेड कांस्टेबल जमशेद अली, कांस्टेबल सचिन सिंह, जितेंद्र सिंह और चालक नीरज की टीम शामिल थी। हरिद्वार पुलिस के इस अभियान ने न केवल कानून-व्यवस्था को मजबूत किया, बल्कि एक परिवार को उनके खोए हुए सदस्य से मिलाने का सराहनीय कार्य भी किया।

