“पिरान कलियर में बरेली शरीफ के जत्थे का शाही स्वागत, आज होगी झंडा कुशाई की ऐतिहासिक रस्म
"साबिर पाक की दरगाह मोहब्बत और इंसानियत की पनाहगाह है। यहां हर जाति, हर मजहब का इंसान बराबरी से सिर झुकाता है और यही असल हिंदुस्तान की गंगा-जमनी तहज़ीब है : शहजाद एडवोकेट
पिरान कलियर : (फरमान मलिक) सूफी परंपरा और भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए रविवार को बरेली शरीफ से आए 120 जायरीनों के जत्थे का पिरान कलियर में ऐतिहासिक स्वागत किया गया। जैसे ही जत्था दरगाह शरीफ पहुंचा, फूल-मालाओं से लादकर जायरीनों का गर्मजोशी से इस्तकबाल हुआ।
स्वागत की अगुवाई शिफा फर्नीचर हाउस पर पूर्व बसपा प्रत्याशी वार्ड नंबर-04 शहजाद एडवोकेट ने की। उन्होंने कहा कि..
“दरगाह साबिर पाक की रूहानी फिज़ा में आने वाला हर मेहमान हमारे लिए इज़्ज़त और रहमत लेकर आता है। इस स्वागत कार्यक्रम का मकसद सिर्फ परंपरा निभाना नहीं, बल्कि भाईचारे, मोहब्बत और इंसानियत का पैगाम देना है।”
आगे शहजाद एडवोकेट ने कहा कि..
“साबिर पाक की दरगाह मोहब्बत और इंसानियत की पनाहगाह है। यहां हर जाति, हर मजहब का इंसान बराबरी से सिर झुकाता है और यही असल हिंदुस्तान की गंगा-जमनी तहज़ीब है।”
इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। शहजाद एडवोकेट की अगुवाई में मेहमानों के सम्मान में विशेष इंतज़ाम किए गए। हर साल की तरह इस बार भी स्वागत कार्यक्रम बेहद रूहानी और उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ। बरेली से कलियर शरीफ आ रहे झंडे का और नोगजे शाह दरगाह से जत्थे के साथ पैदल आ रहे यासिर मियां, नोमी मियां, बाबा मिस्सी शाह और गुलजार चौधरी का भी शानदार इस्तकबाल किया गया।
स्वागत कार्यक्रम में हाजी शफ़क्कत अली, रद्दु ठेकेदार, हाजी खालिद, नाज़िम प्रमुख, इस्ताकार प्रधान, असद मियाँ, वसीम ठेकेदार, सद्दाम अली, मुस्तुफा त्यागी, पप्पू पीरजी, क़ासिम ख़ान, राकिब चौधरी, फ़ारूख़ बाबा, हासिम ख़ान, असलम साबरी, मन्सूर मिस्तरी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
आज होगी परंपरागत झंडा कुशाई की रस्म हज़रत साबिर पाक रहमतुल्लाह अलैहि की दरगाह पर आज असर की नमाज़ के बाद परंपरागत झंडा कुशाई की रस्म अदा की जाएगी। सज्जादानशीन शाह अली एजाज साबरी की सरपरस्ती में यह रूहानी रस्म अदा होगी। इस दौरान दुआओं और सूफियाना कलाम की गूंज से पूरा इलाका महक उठेगा।
13 दिन का पैदल सफर कर पहुंचे अकीदतमंद बरेली शरीफ से झंडा लेकर निकला 120 जायरीनों का जत्था 10 अगस्त को रवाना हुआ था। 13 दिनों के लंबे पैदल सफर और कई कस्बों-शहरों से होते हुए रविवार को कलियर शरीफ पहुंचा। रास्ते में रामपुर, मुरादाबाद, नजीबाबाद, नहटौर, ज्वालापुर और रहमतपुर में जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया।
जत्थे में सूफी वसीम साबरी, सूफी कमाल साबरी, मेराज साबरी, भूरा, काजी रिज़वान, राजा, तस्लीम साबरी, जावेद, नदीम, इमरान, आज़म मोबिन, मुन्ना, गुड्डू सहित कई अकीदतमंद शामिल रहे।
देशभर से उमड़े जायरीन झंडा कुशाई की रस्म को लेकर दरगाह परिसर में जायरीनों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, नजीबाबाद सहित देश के कई हिस्सों से अकीदतमंद इस रूहानी माहौल का हिस्सा बनने पहुंचे हैं।