हरिद्वार : (फरमान मलिक) हरिद्वार में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सड़क सुरक्षा एवं दुर्घटना न्यूनीकरण अनुश्रवण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों और ओवरलोडिंग करने वाले वाहनों पर कड़ी निगरानी रखने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ निरंतर चालान की कार्रवाई की जाए और ओवरलोडिंग करने वालों पर नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, जनपद में चिह्नित ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक कार्यों को तत्परता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए।
मनसा देवी हिल बाईपास पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को मनसा देवी हिल बाईपास पर ब्रह्मपुरी में सड़क के दोनों ओर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत हटाने के लिए कहा। उन्होंने जिला प्रशासन, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ), और पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण हटाने और दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, भेल के मध्य मार्ग पर निर्मित राउंडअबाउट्स के आकार को मानकों के अनुरूप करने के लिए भी अधिकारियों को ताकीद की गई।
ट्रैफिक व्यवस्था की समीक्षा और ई-चालान पर जोर
जिलाधिकारी ने हरिद्वार और रुड़की के सभी प्रमुख चौराहों की ट्रैफिक व्यवस्था की मानकों के अनुरूप जांच करने के आदेश दिए। उन्होंने सभी संबंधित विभागों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने और सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम किया जा सके।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी के.सी. पलड़िया ने बताया कि नियम तोड़ने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और बिना हेलमेट व अन्य नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को घर पर ही ई-चालान भेजे जा रहे हैं। यह कदम सड़क सुरक्षा को और प्रभावी बनाने में मदद करेगा।
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग डी.पी. सिंह, एआरटीओ (प्रवर्तन) हरिद्वार नेहा झा, एआरटीओ (प्रवर्तन) रुड़की कृष्ण चंद, इंसिडेंट मैनेजर रुड़की अतुल कुमार शर्मा, एसीएमओ डॉ. अनिल कुमार वर्मा, ईई यूपीसीएल दीपक सैनी, सीओ ट्रैफिक संजय चौहान सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी के इन कड़े निर्देशों से हरिद्वार में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ने और दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस अब इन आदेशों को लागू करने के लिए तत्परता से कार्य शुरू कर चुके हैं।


