हरिद्वार : (फरमान मलिक) जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत चल रहे विकास कार्यों में किसी भी तरह की शिथिलता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बुधवार को जिला सभागार में आयोजित परियोजना मूल्यांकन सह अभिसरण समिति की बैठक में उन्होंने खंडवार प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में जब अधिकारियों से पूर्ण और चल रहे कार्यों तथा खर्च की स्थिति पूछी गई तो कई अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई और चेतावनी दी कि भविष्य में बिना तैयारी बैठक में आने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने निर्देश दिए कि चयनित 99 ग्राम पंचायतों में चल रहे सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं ताकि योजनाओं का लाभ समय पर ग्रामीणों को मिल सके। जिन ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध नहीं है, वहां तुरंत जमीन चिन्हित करने को कहा गया।
उन्होंने सीसी सड़क, इंटरलॉक टाइल, शौचालय निर्माण और सोलर लाइट लगाने जैसे कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सोलर लाइट के लिए पांच साल का मेंटिनेंस अनुबंध अनिवार्य रूप से किया जाए।
बैठक में परियोजना निदेशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी समेत कई विभागों के अधिकारी व ग्राम प्रधान मौजूद रहे।


