रुड़की : (फरमान मलिक) आईआईटी रुड़की के उद्योग त्वरक और फॉक्सहॉग वेंचर्स इंडिया लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस सहयोग का उद्देश्य ग्रामीण विकास, सतत नवाचार, लैंगिक समानता और समावेशी तकनीकी समाधान के माध्यम से ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को गति देना है।
फॉक्सहॉग ने अपनी CSR योजना के तहत आईआईटी रुड़की के सेंटर फॉर प्रिसिजन मैन्युफैक्चरिंग (ARTI) में ‘इंटीग्रेटेड एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग सेटअप (IAMS 4.0)’ स्थापित करने के लिए 17 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जताई है। यह सुविधा एयरोस्पेस, रक्षा और कृषि तकनीकों के क्षेत्र में उच्च स्तरीय अनुसंधान व निर्माण को बढ़ावा देगी।
साथ ही, इस फंडिंग का एक हिस्सा शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को भी दिया जाएगा, जो कम कार्बन और स्थायी तकनीकों पर काम कर रहे हैं। चयनित स्टार्टअप्स को फॉक्सहॉग वेंचर्स के सीईओ फंड से 25 लाख रुपये का अतिरिक्त पूरक अनुदान भी मिलेगा।
यह सहयोग संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों – जैसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, आर्थिक विकास, औद्योगिक नवाचार और जलवायु कार्रवाई – के अनुरूप है। खास तौर पर महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और समतामूलक विकास को संस्थागत रूप देने पर बल दिया गया है।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि विज्ञान और तकनीक से लोगों की असली समस्याओं का समाधान निकले। यह साझेदारी ग्रामीण नवाचार और स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में मील का पत्थर होगी।”
फॉक्सहॉग वेंचर्स के सीईओ तरुण पोद्दार ने कहा, “हम ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीक को सुलभ बनाकर, महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को समर्थन देकर और उच्च-तकनीकी निवेश को गति देकर एक समावेशी मॉडल तैयार कर रहे हैं।”
समझौते के दौरान आईआईटी रुड़की और फॉक्सहॉग वेंचर्स के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।


