उत्तरकाशी : (फरमान मलिक) खीरगंगा जलप्रलय त्रासदी के बाद उत्तराखंड सरकार ने राहत और बचाव कार्यों में पूरी ताकत झोंक दी है। अब तक 300 से अधिक लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है, जबकि करीब 50 लोगों के अब भी लापता होने की आशंका जताई जा रही है।
रेस्क्यू कार्यों के लिए सेना, एयरफोर्स, NDRF, SDRF, ITBP और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार युद्धस्तर पर लगी हुई हैं। चिनूक हेलीकॉप्टर के ज़रिए प्रभावित क्षेत्रों तक जनरेटर, राशन, मेडिकल सहायता और अन्य ज़रूरी सामग्री पहुंचाई जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद उत्तरकाशी में डटे हुए हैं और राहत कैंपों में लोगों से मिल रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी ज़रूरतमंद को भोजन, दवा या रहने की सुविधा में कोई कमी न हो। उन्होंने बताया कि 300 से ज्यादा लोगों को हेलीकॉप्टर और अन्य माध्यमों से रेस्क्यू किया गया है और 35 गंभीर रूप से प्रभावित लोगों को देहरादून शिफ्ट किया गया है।
रेस्क्यू कार्यों में सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा 125-125 किलो वज़न के दो जनरेटर भी पहुंचाए गए, ताकि बिजली और संचार व्यवस्था बहाल की जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह खुद हालात पर नज़र बनाए हुए हैं और मुख्यमंत्री से लगातार अपडेट ले रहे हैं। केंद्र सरकार ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
धराली और हर्षिल घाटी में हुई इस भीषण त्रासदी ने कई घरों को उजाड़ दिया है, लेकिन सरकार और प्रशासन की तत्परता से राहत कार्यों में तेज़ी आई है। अब भी लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।


