उत्तरकाशी : (फरमान मलिक) धराली और हर्षिल क्षेत्र में आई आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्यों को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। दो वायरल हो रही तस्वीरें — जिनमें से एक में चिनूक हेलीकॉप्टर JCB को उठाते हुए दिख रहा है और दूसरी में स्कूल के बच्चों की एआई जनरेटेड तस्वीर — “पूरी तरह से फर्जी” पाई गई हैं। उत्तराखंड पुलिस और उत्तरकाशी प्रशासन ने इन तस्वीरों को फैक्ट चेक कर सिरे से खारिज किया है।

JCB वाली तस्वीर का सच:

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें भारतीय वायुसेना का चिनूक हेलीकॉप्टर एक JCB मशीन को उड़ाकर ले जाता दिख रहा है। कई पोस्ट्स में इसे उत्तरकाशी के हर्षिल या धराली क्षेत्र में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन से जोड़कर पेश किया गया।

सच क्या है?
उत्तराखंड पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह तस्वीर पुरानी है और उत्तरकाशी आपदा रेस्क्यू से कोई संबंध नहीं रखती। यह सिर्फ़ लोगों को गुमराह करने का प्रयास है।

तस्वीर FAKE है। अफवाहों से सावधान रहें।


“दूसरी स्कूल के बच्चों की दर्दनाक तस्वीर का सच:

एक अन्य पोस्ट में दावा किया गया कि उत्तरकाशी के धराली में आपदा के चलते स्कूल में मौजूद बच्चे मारे गए। तस्वीर में कुछ बच्चे फर्श पर पड़े हैं और कैप्शन में लिखा गया – “रास्ता देखती रह गई मांएं, बच्चे स्कूल से सीधे स्वर्ग चले गए।”

सच क्या है?
यह तस्वीर AI जनरेटेड है और उत्तराखंड से कोई संबंध नहीं रखती। यह एक मनगढ़ंत और भावनात्मक रूप से उकसाने वाला प्रयास है, जो समाज में दहशत और भ्रम फैलाता है।

उत्तराखंड पुलिस का स्पष्ट संदेश –
“सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी खबर की पुष्टि किए बिना उसे शेयर न करें।”


🔍 #FactCheck | पुलिस की चेतावनी:

  • उत्तरकाशी पुलिस द्वारा दोनों ही तस्वीरों को फर्जी घोषित कर जनता से अफवाहों से बचने और केवल सत्यापित सूचना ही साझा करने की अपील की गई है।
  • भ्रामक पोस्ट फैलाना आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता के तहत दंडनीय अपराध है।

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