पिरान कलियर : (फरमान मलिक) उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और पर्यावरणीय चेतना का प्रतीक हरेला पर्व इस बार पिरान कलियर स्थित बिजली घर परिसर में एक विशेष संदेश के साथ मनाया गया। “एक पेड़ माँ के नाम” थीम को केंद्र में रखकर बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर वृक्षारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।

इस विशेष अवसर पर बिजली घर परिसर में नीम, पीपल, आंवला, अशोक जैसे औषधीय और छायादार वृक्षों को लगाया गया। कार्यक्रम में एसडीओ अनीता सैनी के नेतृत्व में एक्शन अनिल मिश्रा, जेई फेजल, जेई सतीश, जेई राहुल गिरी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। सभी ने मिलकर अपने हाथों से पौधारोपण किया और धरती मां के प्रति अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया।

एसडीओ अनीता सैनी ने इस अवसर पर कहा — “हरेला केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए हरा और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने का संकल्प है। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ थीम न केवल पर्यावरण के प्रति चेतना जगाती है, बल्कि हर व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से प्रकृति से जोड़ने का कार्य करती है।”

कार्यक्रम के दौरान मौजूद एक्शन अनिल मिश्रा ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से विभागीय टीम में सामूहिकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना मजबूत होती है। वहीं जेई फेजल और जेई सतीश ने इसे भविष्य की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण बताया और कहा कि “हरियाली केवल पर्यावरण की नहीं, बल्कि समाज की भी सुरक्षा है।”
कार्यक्रम का आयोजन सादगी, अनुशासन और उत्साह के साथ हुआ। पौधों की देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी कर्मचारियों ने स्वयं ली, ताकि लगाए गए पौधे आने वाले वर्षों में पेड़ बनकर ऑक्सीजन का स्रोत बनें।
इस अवसर पर “धरती माँ का ऋण चुकाओ – एक पेड़ माँ के नाम लगाओ” जैसे नारों ने सभी को भावनात्मक रूप से जोड़ते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रति नई ऊर्जा और संकल्प से भर दिया।
कार्यक्रम का समापन इस वाक्य के साथ हुआ – “हम पेड़ लगाते हैं, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ सांस ले सकें।”
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