हरिद्वार : (फरमान मलिक) कनखल क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध मृत्युंजय मठ में उस समय हड़कंप मच गया जब आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी महाराज ने अपने ही कोठारी (प्रबंधक) पर लाखों की रकम और कीमती सामान लेकर फरार होने का आरोप लगाया।
महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी ने बताया कि कोठारी स्वामी वैराग्यपुरी करीब डेढ़ दशक से आश्रम में सेवा कार्यों से जुड़े थे और उन पर पूर्ण विश्वास किया जाता था। तिजोरी की चाबियां, हिसाब-किताब और दैनिक खर्च का सारा प्रबंधन उन्हीं के जिम्मे था। लेकिन अचानक वह गायब हो गए और साथ में करीब 27 लाख रुपये नकद, एक सोने की रुद्राक्ष माला और छह चांदी की कटोरियां भी ले गए।
महामंडलेश्वर के मुताबिक, जाने से पहले कोठारी ने केवल इतना संदेश भेजा कि “मैं जा रहा हूं।” बाद में जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो रात करीब 1:30 बजे वैराग्यपुरी को एक बैग लेकर आश्रम से निकलते हुए देखा गया।
इस घटना के बाद आश्रम प्रशासन ने तुरंत कनखल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। स्वामी यमुनापुरी महाराज ने पुलिस से मामले की गहराई से जांच कर कोठारी को जल्द गिरफ्तार करने और आश्रम की सम्पत्ति बरामद करने की मांग की है।