हरिद्वार : (फरमान मलिक) मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे की अध्यक्षता में उद्यान विभाग द्वारा संचालित नाबार्ड की रिड्फ योजना के अंतर्गत कलस्टर आधारित पॉलीहाउस परियोजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में योजना की अद्यतन प्रगति, विभागीय लक्ष्य और क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियों पर चर्चा की गई।

मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए कि विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूर्ण किया जाए। साथ ही उन्होंने उच्च मूल्य वर्धक फसलों को बढ़ावा देने के लिए कलस्टरों का चयन करने पर बल दिया, जिससे उत्पाद आसानी से बाजार में उपलब्ध हो सके और कृषकों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हो। उन्होंने यह भी कहा कि कलस्टरों में जैविक उत्पादन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
बैठक में यह सामने आया कि कृषकों की अधिकता के कारण योजना की प्रगति धीमी हो रही है। इस पर सीडीओ ने संबंधित विभागों — एनआरएलएम, सहकारिता और रीप समूह — को निर्देश दिए कि वे अधिकाधिक महिला समूहों और कृषकों को इस योजना का लाभ दें।

उन्होंने पॉलीहाउस निर्माण के लिए समूहों को 100 वर्ग मीटर से बढ़ाकर 500 वर्ग मीटर तक की सुविधा देने के निर्देश भी दिए। इसके लिए चयन प्रक्रिया को तेज करने को कहा गया।
सभी विकासखंडों में उद्यान विभाग के सचल दल प्रभारियों को बीएमएम (ब्लॉक मिशन मैनेजर) से समन्वय बनाकर कार्य में प्रगति लाने को भी कहा गया। साथ ही, स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को इस योजना से लाभान्वित करने हेतु जिला परियोजना प्रबंधक के माध्यम से विशेष निर्देश दिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर योजना की प्रगति की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में परियोजना निदेशक, सहायक निबंधक सहकारिता, जिला विकास अधिकारी, मुख्य कृषि अधिकारी, जिला परियोजना प्रबंधक, मुख्य उद्यान अधिकारी समेत संबंधित विभागों के फील्ड कर्मचारी उपस्थित रहे।
Share this



