Essential Medicines Price Rise : होलसेल प्राइस इंडेक्स में बदलाव के बाद दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही थी और यह हो गई। भारत में नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने दवाओं के दाम बढ़ा दिए हैं। नई कीमतें 1 अप्रैल 2023 से प्रभावी हो गई हैं। दवाओं के दाम में 10 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई है।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/03/farman-bhai-news1-scaled.jpg)
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-30-at-11.51.10-AM.jpeg)
दवाओं की कीमतों में यह बदलाव WPI के 12 फीसदी पर पहुंचने के बाद किया गया है. इस संबंध में गैजेट नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/07/NEW-STAR-1.jpg)
इन दवाओं के दामों में बढ़ोतरी
पैरासिटामोल की गोलियां, सिरप और इंजेक्शन सभी महंगे हो गए हैं। एंटीबायोटिक दवा एजिथ्रोमाइसिन, दर्द कम करने के लिए दिए जाने वाले ट्रामाडॉल के इंजेक्शन, डीपीटी वैक्सीन, यहां तक कि फोलिक एसिड दवाओं के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। टांस के इंजेक्शन, विटामिन की दवाएं, डॉक्सीसाइक्लिन की दवा भी महंगी हो गई है। फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले एम्फोटेरिसिन बी के इंजेक्शन की कीमत भी बढ़ गई है। दिल के मरीजों को दी जाने वाली आईक्लोफेनाक, एटोरवास्टेटिन और एमोक्सिसिलिन की कीमतों में भी बढ़ोतरी की गई है। जेस्ट्रोन दवा, कैल्शियम कार्बोनेट दवा के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/05/WhatsApp-Image-2024-05-01-at-3.25.09-PM.jpeg)
इसी क्रम में मधुमेह रोगियों के लिए इंसुलिन पेन की कीमतों में भी इजाफा किया गया है। अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिए जाने वाले ग्लूकोज और सोडियम क्लोराइड और हार्ट ब्लॉकेज खोलने में इस्तेमाल होने वाले स्टेंट के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। Stents हुए महंगे Bare metal Stents 10509 रुपए के हो गए हैं तो दवा वाले यानी Drug Eluting Stents की एक यूनिट की कीमत 38,265 रुपए हो गई है .
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/07/WhatsApp-Image-2024-07-14-at-6.57.29-PM.jpg)
क्या आपकी जेब पर पड़ेगी मार ?
World Price index होलसेल बाजार में खरीदे और बेचे जाने वाले सामान में होने वाले बदलावों को दर्शाता है . जिसके आधार पर भारत में भी सामान का दाम तय होता है . आप कह सकते हैं कि ये महंगाई नापने का पैमाना है हालांकि ये होलसेल रेट में हुआ बदलाव है- इस लिस्ट में दाम Ceiling Price कहलाते हैं यानी इस दाम से ज्यादा दाम पर दवा नहीं बेची जा सकेगी . लेकिन रिटेलर चाहे तो प्रतियोगिता में बने रहने के लिए इससे कम पर दवा बेचने का फैसला ले सकता है .
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2023/12/WhatsApp-Image-2023-03-01-at-8.47.30-PM.jpeg)