रुद्रपुर : (फरमान मलिक) रुद्रपुर में ठगी के दो सनसनीखेज मामले सामने आए हैं, जिनमें ठगों ने एक शिक्षक और एक युवक से मिलकर कुल 35.42 लाख रुपये हड़प लिए। पहले मामले में, साइबर क्राइम थाना पंतनगर में दर्ज शिकायत के अनुसार, लक्ष्मीपुर लच्छी, धनौरी पटट्टी, काशीपुर निवासी महेश चन्द्र पंचोली, जो अल्मोड़ा के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भ्याड़ी सल्ट में सहायक अध्यापक हैं, को एलआईसी एजेंट बनकर ठगों ने 23.42 लाख रुपये की चपत लगाई।

23 जून 2025 को एक अज्ञात नंबर से आए कॉल में खुद को नवीन शुक्ला, एलआईसी प्रतिनिधि, बताने वाले व्यक्ति ने महेश को उनकी एलआईसी यूनिट वैल्यू और रिफंड के नाम पर झांसा दिया। एक महिला और कथित एचओडी प्रेमचंद कोठारी ने भी कॉल कर विश्वास जीता। ठगों ने दावा किया कि रकम क्लेम करने के लिए पहले कुछ अमाउंट जमा करना होगा। महेश ने 23 जून से 3 अगस्त के बीच फोन-पे, जी-पे और एनईएफटी के जरिए 19 ट्रांजेक्शन में 23,42,097 रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किए।
ठगों ने 10 अगस्त तक रकम लौटाने का वादा किया, लेकिन नंबर बंद होने पर ठगी का पता चला। साइबर क्राइम थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि मोबाइल नंबर, बैंक खाते और यूपीआई आईडी की जांच शुरू कर दी गई है।

दूसरे मामले में, कोतवाली पुलिस ने भूत बंगला निवासी पुष्कर सिंह बोरा की शिकायत पर ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज किया। पुष्कर ने बताया कि टेलीग्राम पर रक्षिता नामक यूज़र आईडी से संपर्क कर ठगों ने उन्हें शॉपवेयर ट्रेडिंग कंपनी का अधिकारी बताकर एक ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल से जोड़ा।
भारी मुनाफे का लालच देकर 18 जून से 10 जुलाई 2025 तक पुष्कर ने अपने आईडीबीआई और यूनियन बैंक खातों से 12,01,601 रुपये जमा किए। ठगों ने विश्वास जीतने के लिए शुरू में 16,782 रुपये और 34,041 रुपये वापस किए, लेकिन पूरी राशि निकालने पर टास्क पूरा करने और 1,41,837 रुपये टैक्स जमा करने की शर्त रख दी। इसके बाद संपर्क टूटने पर ठगी का अहसास हुआ। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि मामले की जांच शुरू हो गई है।
पुलिस ने दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर ठगों की तलाश तेज कर दी है। ये घटनाएं साइबर ठगी के बढ़ते खतरे को दर्शाती हैं, और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान कॉल्स, मैसेज या ऑनलाइन ऑफर्स पर भरोसा करने से पहले पूरी सावधानी बरतें।
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