हरिद्वार : (फरमान मलिक) आज पूरा देश वीरता, शौर्य और मातृभूमि के प्रति समर्पण की अद्वितीय मिसाल “कारगिल विजय दिवस” की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ के अंतर्गत कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा जमाए पाकिस्तानी घुसपैठियों को परास्त कर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व, श्रद्धा और वीरों की याद में सिर झुकाने का दिन है।

हरिद्वार समेत पूरे देश में आज शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्कूलों, कॉलेजों, सैन्य स्मारकों और सरकारी संस्थानों में वीर शहीदों को याद करते हुए मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने कारगिल युद्ध में बलिदान देने वाले अमर जवानों की गाथाएं सुनाई और उनके साहस को सलाम किया।
महापौर, प्रशासनिक अधिकारियों और पूर्व सैनिकों ने भी शहीद स्मारकों पर पुष्पांजलि अर्पित की और देशवासियों से देशभक्ति के इस पर्व पर एकजुट रहने का आह्वान किया। इस मौके पर युवाओं को सेना में शामिल होकर देशसेवा के लिए प्रेरित किया गया।

कारगिल विजय दिवस हमें याद दिलाता है कि जब देश पर संकट आता है, तो हमारे जवान पहाड़ों से ऊंचा हौसला लेकर दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देते हैं। यह दिन सिर्फ एक विजय की नहीं, बल्कि हर भारतीय की भावना, हिम्मत और आत्मबल की जीत का प्रतीक है।
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