पिरान कलियर: (जीशान मलिक) पिरान कलियर और आस – पास के ग्रामीण क्षेत्रों में मस्जिदों और घरों में लोगों ने रात भर अल्लाह की इबादत के साथ – साथ कुरआन की तिलावत की. इससे पूर्व मंगलवार की शाम मगरिब की नमाज के बाद मुसलमानों ने इबादत शुरू कर दी थी. इसकी तैयारी में लोग सुबह से ही जुटे थे. शब-ए-बरात की रात शहर भर की मस्जिदों के अलावा कब्रिस्तानाें व घरों मे प्रकाश व सफाई की बेहतर व्यवस्था की गई. इसमें मोमबत्ती, दीया के अलावा इलेक्ट्रानिक लाइट का इस्तेमाल किया गया. शाम से ही लोग इबादत में मशगूल रहे. यह सिलसिला बुधवार की सुबह तक चला.
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रात भर मुसलमान मस्जिदों और घरों में इबादत करते नजर आए. लोगो ने अपने गुनाहों से तौबा करते हुए अल्लाह से माफी मांगी. आने वाले समय में नेक काम करने, परहेजगार बनने, अल्लाह व उसके रसूल के बताए मार्ग पर चलने की अल्लाह से दुआए मांगी. बुधवार को हजारों पुरूष-महिलाओ ने एक दिन का नवाफिल रोजा रखा. रात भर मुसलमान मस्जिदों और घरों में इबादत करते नजर आए. कुरआन-पाक की तिलावत में मशगूल रहे.लोगों ने नमाज अदा कर गुनाहों के लिए माफी मांगी. अल्लाह पाक हमे नेक रास्ते पर चलाने की तौफिक अता फरमाए.
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समाजसेवी जीशान मलिक ने बताया कि शब-ए-बरात एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ होता है गुनाहों से छुटकारे की रात. यह पर्व अरबी महीना शाबान की 14 का दिन गुजार के 15वीं की रात में मनाया जाता है. साथ ही कारी अकबर अली ने बताया कि इस रात बंदों को खूब इबादत करनी चाहिए और अगले दिन रोजा रखना चाहिए. इस रात हमे आतिशबाजी से दूर रहना चाहिए.
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