संग्रह में खादी आश्रम की हुंडी से लेकर 150 ई० पूर्व तक के सिक्के मौजूद
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/03/farman-bhai-news1-scaled.jpg)
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-30-at-11.51.10-AM.jpeg)
रुड़की: (फरमान मलिक) कहते हैं शौक बड़ी चीज होती हैं. कई बार ये शौक अजीबोगरीब होते हैं तो वहीं किसी को अलग-अलग जगहों पर घूमना पसंद होता है तो किसी को कुछ चीजे इकट्ठा करने का शौक होता है? आपको भी बचपन में कुछ न कुछ कलेक्ट करना का शौक तो जरूर होगा! शौक से जुड़ा एक ऐसा ही किस्सा इन दिनों रूडकी सिटी के रहमतपुर से सामने आया है. मामला रहमतपुर निवासी दो भाइयों का है. इन्हें पुराने सिक्के इकट्ठा करने का शौक है. फिलहाल उनके पास प्राचीन काल से लेकर अब तक के सिक्के मौजूद हैं. जानकारी के लिए बता दें कि दोनो भाइयों ने विभिन्न देशों के दुर्लभ सिक्कों सहित मध्यकालीन और प्राचीन भारत के इतिहास को भी संजोकर रखा हुआ है. वहीं इन दुर्लभ सिक्कों के साथ साथ इन्होने इतिहास को भी तलाश करने का प्रयास किया.
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/07/NEW-STAR-1.jpg)
दोनो भाइयों का कहना है कि इन सिक्कों को देखकर उस दौर के राजा, महाराजा, बादशाह और नवाब आदि की यादें ताजा हो जाती हैं. दरअसल पुरानी मुद्रा हर कोई रखना चाहता है, मगर दोनो भाई नोट और सिक्के खरीदने का शौक भी रखते हैं.
महारानी विक्टोरिया के समय से लेकर आज तक के सभी सिक्के इनके संग्रह में हैं. अपने इस संग्रह को बढ़ाने के लिए वो हमेशा पुराने सिक्कों की तलाश में रहते हैं. दोनो भाइयों को सिक्के और नोट इकट्ठा करने का इतना ज्यादा शौक है कि मौजूदा वक्त में उनके पास चंद्रगुप्त सम्राट, मॉडर्न से लेकर मुगल और शिवाजी महाराज, ब्रिटिश पीरियड, रोमन अम्पायर, इंडो-ग्रीक, इंडियन प्रिन्स्ली स्टेट्स, इंडो-फ्रेंच, इंडो-डच, इंडो-पुर्तगीज और ओटोमन अम्पायर के सिक्के मौजूद है.
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/05/WhatsApp-Image-2024-05-01-at-3.25.09-PM.jpeg)
कलेक्शन में क्या है खास
🔹 मुग़ल काल के सिक्के 🔹 प्राचीन काल के सिक्के
🔹 100 ₹ के अलग अलग पुराने नोट
🔹 दिल्ली सल्तनत के सिक्के
🔹 गांधी जी की हुंडी
🔹 ब्रिटिश कालीन सिक्के व नोट
🔹 ब्रिटिश कालीन स्टाम्प पेपर व डाक टिकट
🔹 सवतंत्र भारत का प्रथम डाक टिकट
🔹 सम्राट मिहिर भोज का सिक्का
🔹 इंडो ग्रीक के सीक्के
🔹 वर्ष 1893, 1950 इस्वी का अख़बार
🔹 सिंध अमीर के सिक्के🔹 इस्ट इंडिया कम्पनी के सिक्के
🔹 दमड़ी कोड़ी व फूटी कौड़ी
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/07/WhatsApp-Image-2024-07-14-at-6.57.29-PM.jpg)
“हम कलेक्शन करने में अपने दादा जी के समय से लगे हुए है. कुछ सिक्के नोट व हुंडी दादा जी मिले तो कुछ नोट बदलने वाले लोगों से कलेक्ट किया. कुछ सिक्के दोस्तों ने दिये. ऑक्शन हाउस से भी मैं जुड़े हुए है. फेसबुक से भी कलेक्शन में मदद मिलती है. जहां पता चलता है हम वहाँ सिक्का कलेक्ट करने पहुंच जाते है हमारे पास कौड़ी, फूटी कौड़ी सब है.”- नौशाद अली व शाहवेज हुसैन संग्रहकर्ता