विधायक उमेश कुमार ने लिखित में लिया इकबालपुर मिल के अधिकारियों से आश्वाशन..
रुड़की: निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने इकबालपुर मिल पर किसानों का 106 करोड़ बकाया होने के चलते पहले गन्ना मंत्री सौरभ बहुगुणा से मुलाकात की थी लेकिन मील ने बहुत थोड़ा सा पैसा किसानों के खाते में भेजकर बाकी का बकाया रोक रखा है। इसी क्रम में तीन दिन पहले खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने सिर्फ सोशल मीडिया के माध्यम से इकबालपुर मिल के बाहर धरना देने का ऐलान किया था। आज दोपहर बारह बजे विधायक जी अपने भरी समर्थको के साथ मिल पहुंचे लेकिन क्रमचारियो ने गेट खोलने से मना कर दिया।
जिसके बाद विधायक उमेश कुमार ने मिल अधिकारियों को दस मिनट का टाइम देकर चेतावनी दी कि इज्जत के साथ गेट खोल दो वरना मुझे गेट खुलवाना अच्छी तरह आता है। धमकी भरा लहजा देखकर मिल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने पांच मिनट में ही बाहर आकर बाते करनी शुरू की लेकिन विधायक जी उनकी बात से सहमत नहीं हुए और ऑन रिकॉर्ड बात रखने को बोला विधायक उमेश कुमार का गुस्सा देखकर मिल प्रशासन अंदर बैठकर बात करने को कहने लगा लेकिन विधायक उमेश कुमार अपने समर्थकों की जिद के चलते बीच रास्ते पर सबके सामने बात करने को राजी हुए।
उसके बाद में मिल के अधिकारियों ने सारा अपना रिकार्ड दिखा कर विधायक उमेश कुमार को बताया कि हमारी जमीन रेलवे में जाएंगी जहां से हमे लगभग पचास करोड़ रुपया आएगा जो हम सबसे पहले हरिद्वार जिले के किसानों को देने का काम करेंगे, उसके बाद मिल के पास ही कई बीघा जमीन है जो बैंक में बंधक है, उसको बैंक से छुड़ा कर कोई दूसरी जमीन बैंक को देकर पहली जमीन को बेचेंगे जो लगभग 60 करोड़ की कीमत की बिकेगी वो सब पैसा हम सबसे पहले हरिद्वार के किसानों को देने का काम करेंगे उसके बाद हरियाणा या पंजाब के किसानों को देंगे इस तरह करके किसानों का सारा पैसा मिल जारी करेगा। ये सब चीजें मिल प्रशासन ने लिखित में विधायक उमेश कुमार को दी है।
इससे पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी ने जनवरी की कड़कती ठंड में मील के बाहर धरना दिया था लेकिन नही निकला था कोई नतीजा ।