उत्तरकाशी : (फरमान मलिक) उत्तरकाशी के तहसील डुंडा के तहत सिल्क्यारा में निर्माणाधीन टनल के धंसने से फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान जारी है। कंपनी की ओर से जारी की गयी सूची के अनुसार टनल में 40 मजदूर फंसे हुए हैं। यह मजदूर बिहार, उड़ीसा, असम, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड के हैं। राहत एवं बचाव कार्य के चलते जनपद उत्तरकाशी के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना के संबंध में सीएम पुष्कर सिंह धामी से जानकारी ली है। सीएम धामी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। पीएम मोदी ने उत्तराखंड सरकार को श्रमिकों के सकुशल बाहर निकालने में मदद का भरोसा दिलाया। केंद्रीय एजेंसियों को इसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं।
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पाइप के जरिए भेजी जा रही है ऑक्सीजन मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है.वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क हुआ हैं. फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं. टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. इसी पाइपलाइन के जरिए रात में कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे मजदूरों तक चने के पैकेट भेजे गए हैं.
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टनल में जिन राज्यों के मजदूर फंसे हैं उनमें बिहार के 4, उत्तराखंड के 2, बंगाल के 3, यूपी के 8, उड़ीसा के 5, झारखंड के 15, असम के 2 और हिमाचल प्रदेश का एक श्रमिक शामिल हैं.सिलक्यारा कंट्रोल रूम द्वारा बताया गया वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे लोगों से संपर्क हुआ हैं और सभी अंदर सकुशल हैं.
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फंसे हुए लोगों द्वारा खाने की मांग की गई जिन्हें पाइप के थ्रू खाना भिजवाया जा रहा है. पीड़ितों की दूरी लगभग 60 मीटर बताई गई है. यह जानकारी आधिकारिक है जो डिजास्टर मैनेजमेंट द्वारा जारी की गई है. यह सुरंग चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना का हिस्सा है. जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि लगभग 160 बचावकर्मी ड्रिलिंग उपकरण और उत्खननकर्ताओं की मदद से फंसे हुए मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. बचाव प्रयासों में सहायता के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन जैसे कुछ और उपकरण साइट पर पहुंच गए हैं.