देवबंद : (फरमान मलिक) उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में इस्लामिक सेमिनरी दारुल उलूम देवबंद ने महिलाओं और लड़कियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। मिनरी के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि देश भर से कई लोगों ने सेमिनरी के अंदर शूट किए गए “रील्स” के बारे में शिकायतें दर्ज कीं और सोशल मीडिया पर वायरल किया। मोहतमिम ने कहा कि इन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए सेमिनरी परिसर में महिलाओं और लड़कियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/03/farman-bhai-news1-scaled.jpg)
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-30-at-11.51.10-AM.jpeg)
लगातार बढ़ रही थी शिकायतें
दारुल उलूम देवबंद की ओर से प्रतिबंध से संबंधित आदेश के संबंध में बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि देवबंद दारुल उलूम परिसर से युवतियां और महिलाएं रील बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर रही थी। दुनियाभर से इसकी शिकायतें मिल रही थी। लगातार यह मामला बढ़ता जा रहा था। पहले इस पर प्रबंधन ने अधिक ध्यान नहीं दिया। लेकिन, महिलाओं और लड़कियों की संख्या लगातार बढ़ने के बाद मदरसा की छवि देश-दुनिया में धूमिल होने लगी। प्रबंधन को शिकायतें मिलने लगी है। इसके बाद महिलाओं की एंट्री पर बैन लगाने का फैसला लिया गया है।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/07/NEW-STAR-1.jpg)
देवबंद दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि किसी तालीमगाह में इस तरह के कृत्य को उचित नहीं ठहराया जा सकता है। दारुल उलूम में शिक्षा का नया सत्र शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि कुछ छात्रों की ओर से भी इसकी शिकायतें की गई हैं।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/05/WhatsApp-Image-2024-05-01-at-3.25.09-PM.jpeg)
उन्होंने बताया कि परिसर में जब महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया तो कुछ महिलाओं ने इसका विरोध भी किया। बाद में उन्हें उचित वजह बताई गई तो वो मान गईं। दरअसल, देवबंद दारुल उलूम की लाइब्रेरी और आंतरिक परिसर काफी सुंदर है। देश-दुनिया से लोग यहां घूमने आते हैं। अब महिलाओं के लाइब्रेरी देखने और सामान्य रूप से घूमने पर रोक लगा दी गई है।