देहरादून : मुख्यमंत्री ने सड़कें दुरुस्त करने और नई सड़कों व पुलों के निर्माण के लिए पीएम मोदी से 2 हजार करोड़ रुपये की परियोजना को अनुमति देने का अनुरोध किया। सीएम ने पीएम से सौंग बांध के निर्माण को भी अनुमति देने का आग्रह किया। नई दिल्ली में सोमवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात के चलते सीएम ने उन्हें उत्तराखंड में भारी बारिश और आपदा की स्थिति की जानकारी दी। उत्तराखंड में वर्षा एवं आपदा के चलते टूटी सड़क व पुलों की मरम्मत के लिए 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि इससे देहरादून शहर की साल 2050तक की पेयजल समस्या का समाधान होगा।
प्रधानमंत्री ने सौंग बांध के लिए बजट मंजूर करने का विश्वास दिया। मुख्यमंत्री ने बताया, मानसखंड के 16 पौराणिक मंदिरों का समग्र विकास कराया जा रहा है। वही इसके तहत इन मंदिरों को जोड़ने वाली सिंगल लेन सड़कों को डबल लेन बनाना है। इस प्रोजेक्ट के पहले चरण के कार्यों के लिए लगभग 1000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। ये राशि सड़क परिवहन, पर्यटन मंत्रालय या फिर संस्कृति मंत्रालय से उपलब्ध कराई जाए।
छह राज्य मार्गों को मिले एनएच का दर्जा..
सीएम ने छह राज्य मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसकी सैद्धांतिक सहमति दी थी। उन्होंने 189 किमी के काठगोदाम- भीमताल ध्यानाचुली-मोरनोला- खेतीखान लोहाघाट-पंचेश्वर मोटर मार्ग को एनएच में अधिसूचित करने का आग्रह किया।
जौलिंगकांग और लप्थल आईटीबीपी पोस्ट को टनल मार्ग से जोड़ा जाए..
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि भारत-चीन सीमा में वर्तमान में पिथौरागढ़ के जौलिंगकांग आईटीबीपी पोस्ट को चमोली जिले के लप्थल आईटीबीपी पोस्ट से जोड़ने का मार्ग नहीं है। इसे टनल मार्ग से जोड़ा जाए। इससे दोनों सीमा पोस्ट की दूरी 404 किमी कम होगी। पिथौरागढ़ से लिपुलेख, गुंजी गांव से जौलिंगकांग तक सड़क का निर्माण बीआरओ की ओर से करने का पहले ही सहमति दे चुका है।