देहरादून : फर्जी अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी पाने वाली जसपुर की बाल विकास परियोजना अधिकारी महिला को बर्खास्त कर दिया है। महिला पर आरोप है कि वह पूर्व में सामान्य वर्ग से आती थी तथा उसका उसके पास कोई आरक्षण नहीं था लेकिन शादी के उपरांत अनुसूचित जाति के व्यक्ति से शादी करने के बाद उसने अनुसूचित जाति का जाति प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी पाई।
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आपको विस्तार से बताते चले उत्तराखंड शासन ने उधम सिंह नगर के जसपुर क्षेत्र की बाल विकास परियोजना अधिकारी लक्ष्मी टम्टा पर आरोप है कि लक्ष्मी टम्टा ने अनुसूचित जाति के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर 1988 में नौकरी पाई थी। विभिन्न स्तरों पर हुई जांच के आधार पर फर्जी प्रमाण पत्र की पुष्टि हुई है।
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शादी से पूर्व लक्ष्मी टम्टा ब्राह्मण परिवार से थी और उनका नाम लक्ष्मी पंत था लेकिन पति की जाति के आधार पर उन्होंने दूसरा प्रमाण पत्र बनाया। लक्ष्मी से रिकवरी और अपराधिक धाराओं में मुकदमा भी दर्ज हो सकता है, निदेशक हरिचंद सेमवाल ने आदेश जारी कर दिया है, मामला हाई कोर्ट में जाने के बाद यह फैसला लिया गया।
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