रुड़की : (फरमान मलिक) विकासखंड रुड़की के प्राथमिक शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक शिक्षा) हरिद्वार के कार्यालय द्वारा पिछले दो साल से पदोन्नति सूची जारी न करने के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। शिक्षकों ने सोमवार को काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया और जिला कार्यालय की शिक्षक-विरोधी नीतियों के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया।

उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ, रुड़की के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा ने बताया कि शासनादेश के मुताबिक जिला कार्यालय को हर साल प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति सूची जारी करनी चाहिए। लेकिन हरिद्वार जिले में दो साल से यह प्रक्रिया ठप है।

संगठन ने अप्रैल और मई में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर क्रमिक धरना-प्रदर्शन किया था, जहां अधिकारियों ने 15 दिनों में सूची जारी करने का वादा किया था। मगर दो महीने बीतने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया। शर्मा ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने उच्च न्यायालय, नैनीताल में स्थानांतरण से जुड़े एक मामले का हवाला देकर पदोन्नति प्रक्रिया को लटकाने का प्रयास किया है।

हालांकि, इस मामले का शिक्षकों की पदोन्नति से कोई लेना-देना नहीं है। खास बात यह है कि उत्तराखंड के अन्य जनपदों जैसे नैनीताल, पौड़ी, और चंपावत में मई-जून में प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति सूचियां जारी हो चुकी हैं।

फिर भी, हरिद्वार के शिक्षकों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। पिछले दो साल से पदोन्नति सूची जारी न होने से शिक्षकों में जिला कार्यालय और अधिकारियों के खिलाफ गहरी नाराजगी है। काली पट्टी बांधकर शिक्षकों ने अपने गुस्से को जाहिर किया। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही पदोन्नति सूची जारी नहीं की गई, तो शिक्षक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।