नई दिल्ली : राज्यसभा में सोमवार (7 अगस्त) को दिल्ली सेवा बिल के पास होने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर सीधा हमला बोला. सीएम केजरीवाल ने यहां तक कहा कि इस बार दिल्ली के लोग लोकसभा में बीजेपी को एक भी सीट नहीं देंगे.
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विधेयक पारित होने के बाद, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने “दिल्ली के लोगों की पीठ में छुरा घोंपा है”। उन्होंने कहा, “भाजपा आप के खिलाफ चार चुनाव हार गई है, उन्होंने पिछले दरवाजे से दिल्ली में सत्ता हथियाने की कोशिश की है।” केजरीवाल ने कहा, “आज भारत के लोकतंत्र के इतिहास में एक काला दिन है।”
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केजरीवाल ने आरोप लगाया कि एक तरह से प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट जो मर्जी आदेश पास करे, अगर मुझे पसंद नहीं आया तो कानून बना कर उसको पलट दूंगा. AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब इन लोगों को लगा कि आम आदमी पार्टी को हराना मुश्किल है, तब इन्होंने चोर दरवाजे से अध्यादेश लाकर दिल्ली की सत्ता हथियाने की कोशिश की है. दिल्ली वालों ने 2015 और 2020 में हमारी सरकार बनाई, क्योंकि मैं दिल्ली का बेटा हूं और मोदी जी दिल्ली के नेता बनना चाहते हैं. दिल्ली वालों को अपना बेटा पसंद है, मोदी जी जैसे नेता नहीं चाहिए.
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उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने ‘जानबूझकर’ उच्चतम न्यायालय के आदेशों की अनदेखी की है जिसमें कहा गया है कि भारत एक लोकतांत्रिक राष्ट्र है और मतदाता एक सरकार को चुनते हैं ताकि वे उनकी तरफ से विवेकाधीन शक्तियों का प्रयोग कर सकें।
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वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह विधेयक देश के संघीय ढांचे के लिए ‘खतरे की घंटी’ है। चंडीगढ़ में आप के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मान ने कहा, ”आज राज्यसभा में लाया गया यह अध्यादेश (विधेयक) न केवल दिल्ली के लिए, बल्कि यह हमारे संघीय ढांचे के लिए भी खतरे की घंटी है।”
उन्होंने कहा, ”लोकतंत्र को बचाने के लिए जो भी जरूरी होगा, हम करेंगे।” मान ने कहा,’यह अकेले दिल्ली या अरविंद केजरीवाल की लड़ाई नहीं है। यह 140 करोड़ लोगों की लड़ाई है। देश के हितों से समझौता किये जाने का हम विरोध करेंगे। चाहे मणिपुर हो, या हरियाणा, जहां भी नफरत की राजनीति होगी, हम विरोध करेंगे।’
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