रुड़की : साबिर पाक के 755वें सालाना उर्स में शामिल होने के लिए 107 पाक जायरीनों का जत्था मंगलवार को रुड़की रेलवे स्टेशन पहुंचा। रुड़की से कड़ी सुरक्षा के बीच रोडवेज की बसों से उन्हें कलियर पहुंचाया गया। उन्हें साबरी गेस्ट हाउस में ठहराया गया है। इस दौरान पाक जायरीनों का फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया गया।
107 पाक जायरीनों के साथ दूतावास के दो अधिकारी भी हैं। जायरीन उर्स में होने वाली मुख्य रस्मों में शामिल होंगे और दरगाह साबिर पाक पर चादर और फूल पेश करेंगे। इसके बाद दो अक्तूबर को पाकिस्तानी जायरीन अपने वतन रवाना होंगे। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि ये सभी जायरीन मंगलवार सुबह लाहौरी एक्सप्रेस से रुड़की रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां पहले से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इन सभी को पुलिस सुरक्षा के बीच बसों से कलियर पहुंचाया गया।
दूसरी तरफ वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने इस साल हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 755वां उर्स में शामिल होने आए पाकिस्तानी ज़ायरीनों के लिए एक खास तोहफा देने की बात की है। शादाब शम्स ने कहा कि, मुस्लिम धर्म के पवित्र धार्मिक स्थल कलियर शरीफ में उर्स की शुरूआत हो रही है। जिसमें हिंदुस्तान के कोने-कोने से दरगाह शाबिर पाक कलियर के उर्स में आ रहे है।
इसके साथ ही पाकिस्तान से भी 107 जायरीन कलियर पहुंचे हैं। जिनको प्यार और सम्मान देने के उद्देश्य से गंगा जल और भगवत गीता भेंट की जाएगी। वक्फ बोर्ड के चेयरमेन शादाब शम्स ने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच प्यार का पैगाम भेजने के उद्देश्य से पाकिस्तान के मंदिरो में 150 करोड़ सनातनी परंपरा को मानने वालों की ओर से पवित्र ग्रंथ भगवत गीता और गंगाजली भेंट की जाएगी। जिससे दोनों धर्मो के बीच भाईचारे को बढ़ाया जा सके।