हरिद्वार/सिडकुल : (फरमान मलिक) उत्तराखंड के शांत माने जाने वाले हरिद्वार जिले के सिडकुल क्षेत्र में रिश्तों की परिभाषा को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक महिला ने अपने प्रेमी और उसके साथी के साथ मिलकर अपने ही देवर की बेरहमी से हत्या करवा दी। हत्या की वजह – ज़मीन की लालच और एक अवैध संबंध को जीने की ख्वाहिश।

यह कहानी है खालाटीरा गांव के नीटू की, जो अपनी रोज़मर्रा की मेहनत के बाद एक सामान्य ज़िंदगी जी रहा था। लेकिन उसे नहीं पता था कि जिन रिश्तों पर वह विश्वास करता है, वही उसकी जान के दुश्मन बन जाएंगे।
18 जुलाई की वह काली रात
18 जुलाई की रात थाना सिडकुल क्षेत्र में डालूवाला मजबता गांव के पास सड़क किनारे एक युवक का रक्तरंजित शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव की पहचान नीटू पुत्र भूरी सिंह, निवासी ग्राम खालाटीरा, के रूप में हुई। सिर पर गहरे घाव थे — पुलिस को तुरंत शक हुआ कि यह कोई साधारण मौत नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है।

जांच में निकली प्रेम, लालच और साजिश की खौफनाक कहानी
20 जुलाई को मृतक के भाई राकेश (जो उस समय हैदराबाद में था) ने सिडकुल थाने में हत्या का शक जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने जब सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से जांच आगे बढ़ाई तो सामने आई एक हैरान कर देने वाली साजिश।
मुख्य आरोपी छोटा उर्फ शाहिद और उसका साथी अकबर, दोनों हजारा ग्रांट के निवासी, पुलिस की पकड़ में आ गए। पूछताछ में उन्होंने जो बताया, उससे हर कोई सन्न रह गया।
जब रिश्ते बिकने लगे पांच लाख में…
आरोपी छोटा ने बताया कि उसकी जान-पहचान करीब डेढ़-दो साल पहले नीटू के बड़े भाई की पत्नी सोनिया से हुई थी। यह जान-पहचान धीरे-धीरे नजदीकियों में बदल गई। महिला का पति उस वक्त अपना मकान और जमीन बेचकर उसे लेकर हैदराबाद चला गया था। लेकिन सोनिया की नजर गांव में बची जमीन पर थी — जो अब उसके देवर नीटू के हिस्से में थी।
यहीं से शुरू हुई साजिश की नींव। सोनिया ने छोटे से कहा – “अगर तुम मेरे देवर को मार दोगे तो मैं गांव वापस आ जाऊंगी, तुम्हारे साथ रहूंगी… और हम दोनों एक साथ रह पाएंगे।” लालच और प्रेम में अंधे छोटे ने बिना देर किए हत्या की हामी भर दी। पांच लाख रुपये की सुपारी तय हुई, जिसमें उसका साथी अकबर भी शामिल हुआ।
हत्या की रात – एक सुनियोजित स्क्रिप्ट
17 जुलाई की रात, सोनिया ने हैदराबाद से फोन कर छोटे को चेताया – “अगर नीटू को जल्दी नहीं मारा, तो मैं गांव नहीं आऊंगी।” फिर योजना बनी — जावेद नाम के युवक से फोन लेकर नीटू को बुलाया गया, बहाने से।
रात को नीटू विक्की मोपेड से आया। छोटा, अकबर के साथ उसे लेकर निकला। रास्ते में सुनसान जगह पर विक्की रोकी गई। अकबर ने पहले दो बार गंडासे से वार किए। फिर छोटा ने चार-पांच बार वार कर नीटू का सिर कुचल दिया। मौके पर ही मौत हो गई। शव को वहीं छोड़ आरोपी फरार हो गए।
पुलिस का खुलासा और गिरफ्तारी
जांच के बाद पुलिस ने छोटा, अकबर और महिला सोनिया को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने पूरी योजना को प्रेम और लालच के जाल में फंसकर अंजाम दिया।
एक समाज के लिए आईना
यह मामला महज़ एक हत्या नहीं — बल्कि एक आईना है, जो दिखाता है कि जब इंसान अपने रिश्तों को बेच देता है, तो वो कितना गिर सकता है। यह एक प्रेम की विकृति है, जिसमें न इंसानियत बची, न रिश्ते।
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