हरिद्वार : (फरमान मलिक) जनपदवासियों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 65 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 28 का मौके पर ही निस्तारण किया गया, जबकि शेष समस्याओं को संबंधित विभागों को तत्काल कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया।
जनसुनवाई के दौरान भूमि विवाद, अतिक्रमण, जलभराव, पेयजल, विद्युत और राजस्व संबंधी शिकायतें प्रमुख रूप से सामने आईं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनसुनवाई में दर्ज प्रत्येक शिकायत का त्वरित और समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएं रखीं—
गुलशाना निवासी ग्राम बंदरजुड़ ने मकान निर्माण कार्य को लेकर वन विभाग द्वारा रोके जाने की शिकायत की, रणधीर सिंह निवासी नाथनगर ज्वालापुर ने खतौनी में आदेश दर्ज कराने का अनुरोध किया, जबकि इनामु अली निवासी हजारा ग्रंट ने खेत में जलभराव की समस्या रखी। इसी तरह पंकज सैनी ने रोड के बीच स्थित विद्युत पोल हटवाने, भूपेंद्र सैनी ने सिडकुल से बैरियर नं 6 तक अवैध अतिक्रमण हटवाने, और रेशमा निवासी डालूवाला कलां ने राशन कार्ड में हुई त्रुटि को सही करने की मांग रखी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनसुनवाई का उद्देश्य जनता की समस्याओं को सीधे प्रशासन तक पहुंचाना और उनका समयबद्ध समाधान करना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर शिकायत का निष्पक्ष और तत्पर निस्तारण किया जाए ताकि जनता का प्रशासन पर विश्वास मजबूत हो।
सीएम हेल्पलाइन शिकायतों पर भी तत्परता के निर्देश
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा बैठक के दौरान भी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि हेल्पलाइन पर दर्ज हर शिकायत का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए और आवेदनकर्ताओं से सीधे संवाद स्थापित कर समस्या का समाधान किया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य वित्त अधिकारी अजय कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, मुख्य क्रीड़ा अधिकारी शैफाली गुरांग, डीएसओ तेजबल सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।