देहरादून : ऑनलाइन ट्रेडिंग के झांसे में आकर एक व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार हो गया। शहर कोतवाल विद्याभूषण सिंह नेगी ने बताया कि आमिर आबिद निवासी हरिद्वार रोड ने तहरीर दी। कहा कि पिछली एक मई को उसे व्हाट्सएप पर एक विदेशी नंबर से डिजिटल मार्केटिंग का काम कमाई करने जुड़ा मैसेज आया। व्हाट्सएप पर मिले लिंक पर क्लिक किया तो उसे टेलीग्राम एप पर एक ग्रुप में जोड़ा गया। वहां पहले कुछ चैनल सबस्क्राइब कराने को कहा गया।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/03/farman-bhai-news1-scaled.jpg)
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-30-at-11.51.10-AM.jpeg)
जिससे कुछ रुपये भेजे गए। इसके बाद ऑनलाइन ट्रेडिंग का टास्क दिया गया। वहां पीड़ित ने टास्क से कमाई के झांसे में आकर 2.42 लाख रुपये जमा कर दिए। इसके बाद उसने रकम वापस निकालने की कोशिश की। तब और रकम मांगी गई। इस दौरान पीड़ित को समझ आया कि उसके साथ साइबर ठगी हो रही है। उसने काफी देर तक परेशान होने के बाद शहर कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/07/NEW-STAR-1.jpg)
फौजी बताकर मकान किराये पर लेने का झांसा देकर लगाया 1.79 लाख चूना
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/05/WhatsApp-Image-2024-05-01-at-3.25.09-PM.jpeg)
साइबर ठगों ने फौजी बनकर दून निवासी व्यक्ति को 1.79 लाख रुपये का चूना लगा दिया। एसओ राजपुर जितेंद्र चौहान ने बताया कि अरविंद्र कुमार अग्रवाल निवासी राजेश्वरनगर, फेस पांच, सहस्रधारा रोड ने मकान का एक हिस्सा किराये पर देना था। उन्होंने इसके लिए मैजिक ब्रिक एप पर विज्ञापन दिया। उनके पास आठ मई को एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना नाम दीपक पंवार बताया।
![](http://www.haridwartimes.in/wp-content/uploads/2024/07/WhatsApp-Image-2024-07-14-at-6.57.29-PM.jpg)
कहा कि वह भारतीय सेना में है। उसका ट्रांसफर जम्मू से देहरादून हो रहा है। उसने पहचान के लिए आधार, कार्ड, पेन कार्ड, सेना का कैंटीन कार्ड और एक परिवार की फोटो भेजी। पीड़ित को इस तरह विश्वास में लिया। फिर सेना से एचआरए मिलने का झांसा देकर लेखा अधिकारी बताते हुए राजेंद्र सिंह शेखावत नाम के व्यक्ति से बात कराई। उन्होंने पीड़ित के मोबाइल पर ई वॉलट से किराया डालने का झांसा देकर स्कैन कोड भेजे। इस तरह पीड़ित के खाते से आरोपियों ने तीन अलग-अलग ट्रांजेक्शन में रकम ट्रांसफर की। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।