हरिद्वार : (फरमान मलिक) : देशभर में आज धूमधाम के साथ ईद मनाई जा रही है। सुबह से ही मस्जिदों में ईद की नमाज के लिए रोजेदार जुटने लगे है। लोग एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं। 21 अप्रैल की शाम को भारत में ईद का चांद देखा गया था। इसके साथ ही रमजान का महीना पूरा हो गया। इस्लामिक कैलेंडर में रमजान के बाद शव्वाल का महीना आता है। इसी महीने के पहले दिन ईद का त्योहार मनाया जाता है। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को ईद-उल-फितर की की बधाई दी है।
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ईद का त्योहार मुस्लिम धर्म का खास और बड़ा त्योहार माना जाता है। पैगम्बर मोहम्मद के मक्का से जाने के बाद मदीना में ईद का उत्सव शुरू हुआ। इस दिन को आम बोलचाल की भाषा में मीठी ईद भी कहते हैं। ईद के चांद का दीदार होने के साथ ही बाजारों में भी रौनक बढ़ जाती है। घर पर भी जोरशोर से तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं।
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शव्वाल का चांद देखकर मनाई जाती है ईद
आपको बता दें कि ईद का त्योहार शव्वाल का चांद देखकर मनाया जाता है. शव्वाल एक अरबी कैलेंडेर के महीने का नाम है. जो रमजान के महीने के बाद आता है. शव्वाल की पहली तारीख को ईद उल फितर मनाई जाती है. ईद उल फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है. इस दिन लोगों के घरों में सेवईं या फिर खीर के साथ-साथ कई बेहतरीन पकवान बनाए जाते हैं और फिर लोग एक दूसरे के घर जाकर ईद की मुबारकबाद पेश करते हैं.
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ईद उल-फितर यानी मीठी ईद रमजान के रोजा की समाप्ति पर सुबह से शाम तक मनाई जाती है और महीने भर के रोजा के दौरान शक्ति और धीरज प्रदान करने के लिए अल्लाह को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है.
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आपको ये भी बता दें कि ईद की तारीख हिजरी कैलेंडर की वजह से हर साल बदलती है. ये कैलेंडर चंद्रमा पर आधारित होता है. इसमें चांद की घटती-बढ़ती चाल के अनुसार दिनों की गिनती की जाती है.
जब एक नया चांद दिखाई देता है और धार्मिक अधिकारियों द्वारा इसकी पुष्टि की जाती है. इसके बाद ही इस्लामी महीना शुरू होता है. नया चांद दिखने के आधार पर ही दुनियाभर में अलग-अलग दिनों में ईद का त्योहार (Meethi Eid 2023) मनाया जाता है.
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