उत्तराखंड स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान कार्ड पर मरीजों के इलाज में कालिंदी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट विकासनगर के एक और फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। जिसमें बिना एनेस्थीसिया के 171 मरीजों की सर्जरी दिखाई गई है। प्राधिकरण की ऑडिट रिपोर्ट में पाया गया कि एनेस्थीसिया रिपोर्ट में ओटी टेक्नीशियन व अन्य व्यक्ति के हस्ताक्षर थे।
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देहरादून : विकासनगर के कालिंदी अस्पताल को एक सप्ताह के भीतर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को एक करोड़ 83 लाख रुपये लौटाने होंगे। प्राधिकरण की ओर से अस्पताल प्रबंधन को इसका अल्टीमेटम दिया गया है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के निदेशक प्रशासन डॉ अतुल जोशी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कालिंदी अस्पताल ने 796 केस के बदले राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण से एक करोड़ 83 लाख का भुगतान लिया है।
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अस्पताल के बिलों की जांच में गड़बड़ी मिली और पाया गया कि ये सभी बिल किसी न किसी वजह से फर्जी या गलत हैं। ऐसे में अब इन सभी बिलों के आधार किए गए भुगतान को वापस लेने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन को यह रकम एक सप्ताह के भीतर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के खाते में जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
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ऐसा न होने पर अस्पताल के खिलाफ अन्य कार्रवाई शुरू कर दी जाएंगी। विदित है कि गड़बड़ी सामने आने के बाद राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कालिंदी अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज पर रोक लगाने के साथ ही अस्पताल को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया है।