हरिद्वार : (फरमान मलिक) जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला महिला एवं बाल कल्याण संरक्षण समिति की बैठक में निर्देश दिए कि एण्टी ह्यूमन ट्रफिकिंग द्वारा रेस्क्यू किए जाने वाले बच्चों और महिलाओं को समय से घर भेजने के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित रखी जाएं।

बैठक में दिए गए अन्य निर्देश

  • बाल मजदूरी से मुक्त कराए गए बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित हो और उनका फोलोअप लिया जाए।
  • अन्य जनपदों से संबंधित बच्चों की सुपुर्दगी की जानकारी संबंधित जिले के प्रोबेशन अधिकारी और सीडब्ल्यूसी को उपलब्ध कराई जाए।
  • सभी बच्चों के लिए कॉपी, पेन, पेंसिल आदि की व्यवस्था की जाए।
  • 14 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बच्चों के लिए कम्प्यूटर शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए।
  • खेल में रुचि लेने वाले बच्चों को विभिन्न खेलों में प्रतिभाग के लिए समय से सूचना उपलब्ध कराई जाए।
  • समय-समय पर बच्चों का हैल्थ चेकअप किया जाए।

बाल संरक्षण के लिए कड़े कदम

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि:

  • जनपद में बाल विवाह से संबंधित सूचना प्राप्त होने पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
  • बाल संरक्षण गृह और शेल्टर होम्स के पात्र बच्चों के लिए ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट बनवाया जाए।

बैठक में उपस्थित अधिकारी

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिमरनजीत कौर, जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश भदौरिया, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह, जिला क्रीडा अधिकारी शबाली गुरूंग, सदस्य किशोर न्याय बोर्ड आदित्य कुमार, एएलसी प्रशान्त कुमार सहित अन्य सदस्य और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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