रुड़की : (फरमान मलिक) शिक्षा एवं कौशल विकास के क्षेत्र में 2018 से निरंतर और उल्लेखनीय योगदान और प्रभावशाली नेतृत्व के लिए डॉ. मौ उस्मान को प्रतिष्ठित यूके गौरव अवार्ड 2026 से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा और कौशल विकास को नई दिशा देने वाले उनके योगदान की औपचारिक स्वीकृति है।

डॉ मौ उस्मान एक दशक से भी अधिक समय से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मिशन में समर्पित है। एनपीसीवीबी कौशल विकास शिक्षा परिषद की स्थापना देश के युवाओं को रोज़गारोन्मुख, कौशल-आधारित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। इस संस्थान का मूल लक्ष्य शिक्षा और उद्योग के बीच की दूरी को कम करना तथा युवाओं को वास्तविक कार्यक्षेत्र की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित करना रहा है।

अपने प्रारंभिक दौर में NPCVB ने सीमित संसाधनों के साथ कार्य आरंभ किया, लेकिन डॉ. मौ उस्मान के दूरदर्शी और प्रभावशाली मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण संस्थान एक सशक्त, भरोसेमंद और विश्व स्तरीय पहचान बना चुका है।

NPCVB का उद्देश्य केवल प्रमाणपत्र देना नहीं, बल्कि युवाओं को कौशल, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता प्रदान करना है, ताकि वे स्वरोज़गार एवं बेहतर करियर की दिशा में आगे बढ़ सके।
डॉ. मौ उस्मान ने शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रखते हुए उसे कौशल विकास, स्वरोज़गार और सामाजिक सशक्तिकरण से जोड़ा है। वहीं, Bright Future International School के माध्यम से वे मूल्य-आधारित, आधुनिक और वैश्विक स्तर की शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे विद्यार्थी नैतिक मूल्यों के साथ प्रतिस्पर्धी दुनिया के लिए तैयार हो सकें। डॉ. मौ उस्मान का योगदान शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में न केवल भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रेरणास्रोत है।

सम्मान के अवसर पर डॉ. मौ उस्मान ने कहा—
“यह सम्मान मेरे लिए नहीं, बल्कि उन सभी शिक्षकों, प्रशिक्षकों और युवाओं के लिए है जो शिक्षा और कौशल के माध्यम से समाज और राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे रहे हैं।”
इस उपलब्धि पर शिक्षा जगत, सामाजिक संस्थाओं एवं शुभचिंतकों ने डॉ. मौ उस्मान को बधाई देते हुए उनके प्रयासों की सराहना की है।

Share this

Comments are closed.

Exit mobile version