पिरान कलियर : पिरान कलियर क्षेत्र के रहमतपुर गांव स्थित रतमऊ नदी में एक बार फिर अवैध खनन की गतिविधियां तेज़ हो गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एसडीएम् ज्ञापन और लगातार शिकायतों के बावजूद खनन माफिया दिन और रात के अंधेरे में पोपलैंड मशीनों और डंपरों के ज़रिये रेत की भारी मात्रा में उठान कर रहे हैं।

ग्रामीणों के अनुसार, यह खनन नदी के बिलकुल किनारे और जलधारा से कुछ ही मीटर की दूरी पर किया जा रहा है, जिससे नदी का प्राकृतिक प्रवाह प्रभावित हो रहा है। “सरकारी नियमों के अनुसार नदी के दोनों ओर 500 मीटर दायरे में खनन पूरी तरह प्रतिबंधित” है, बावजूद इसके प्रशासनिक कार्रवाई के बिना यह काम धड़ल्ले से जारी है।

सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिन पहले श्रेणी–3 के पट्टों में भी खनन कार्य हुआ, जिसकी शिकायत स्थानीय स्तर पर अधिकारियों तक पहुंची थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय उदासीनता के कारण खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।

खनन विभाग द्वारा की जा रही छोटी-मोटी चालानी कार्रवाईयों से हालात में कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग की कार्रवाई सिर्फ औपचारिकता तक सीमित है। जहां कुछ डंपरों को पकड़कर जुर्माना वसूल लिया जाता है, वहीं दूसरी ओर बड़े स्तर पर खनन कार्य जारी रहता है। ग्रामीणों का आरोप है कि जब तक खनन माफियाओं पर सख्त मुकदमे दर्ज नहीं होंगे और मशीनरी जब्त कर स्थायी कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक नदी और पर्यावरण दोनों को नुकसान पहुंचता रहेगा।

स्थानीय लोगों ने कहा कि सम्बन्धित सभी विभागों को इसकी सूचना दी गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अब ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर इसकी मांग की जाएगी कि रतमऊ नदी किनारे जारी अवैध खनन की जांच, पोपलैंड मशीनों पर रोक और श्रेणी–3 पट्टों की पूरी समीक्षा की जाए। साथ ही जिन खेतों से खनन हुआ है, उन सभी की परमिशन की भी जांच की जाए।

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