लक्सर : (फरमान मलिक) सुप्रीम कोर्ट के माननीय मुख्य न्यायाधीश पर हमले की कोशिश के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना पर कलाम टीम फाउंडेशन उत्तराखंड ने गहरी चिंता और आक्रोश व्यक्त किया है। संगठन ने इसे सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा हमला करार दिया है।
कलाम टीम फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन आज़ाद ने कहा—“माननीय मुख्य न्यायाधीश ने अपनी मेहनत, लगन और योग्यता के बल पर समाज के तमाम बंधनों को तोड़कर सर्वोच्च न्यायिक पद हासिल किया है। उनपर हमला करना न्यायपालिका और लोकतंत्र दोनों के लिए घातक है। इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है।”
गुलशन आज़ाद ने आगे कहा कि यह कृत्य दुर्भाग्यपूर्ण, शर्मनाक और बेहद चिंताजनक है। न्यायपालिका देश की आत्मा है और मुख्य न्यायाधीश पर इस तरह का हमला करना, पूरे देश की न्याय व्यवस्था को चुनौती देने के बराबर है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाए।
कलाम टीम फाउंडेशन ने इस घटना को लेकर समाज से भी अपील की कि न्यायपालिका और कानून के प्रति लोगों का विश्वास बनाए रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। ऐसे किसी भी हमले को समाज को एकजुट होकर नकारना होगा, तभी लोकतंत्र और संविधान मजबूत रह सकेगा।